नई दिल्ली : सोशल मीडिया पर अगर किसी अकाउंट पर ऊपर ब्लू टिक दिख रहा है, तो उसको देख हमारे जहन में कई सवाल आते है। इनमें प्रमुख तौर पर यह, ‘वो फलाना आदमी बड़ा नेता होगा या फिर वो पत्रकार होगा या एक्टर होगा’ इसलिए ही उसे ये टिक मिला है। इनमें यह भी देखा जाता है कि अगर किसी के ज्यादा फॉलोवर हैं तो इसलिए अकाउंट वेरिफाइड हुआ होगा।
वहीं, ब्लू टिक वाले पर ज्यादा विश्वास जताया जाता है, ऐसा भी देखने को मिला है। खैर, वास्तविकता भी यही है कि कंपनियों द्वारा कई मापदंड बनाए जाते हैं, जिसके अनुसार ही ब्लू टिक दिए जाते हैं। हालांकि, इन दिनों सोशल मीडिया पर लोग आतुर हैं इस ब्लू टिक को पाने के लिए और इसे पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। बात यह कि ब्लू टिक क्या है? और आखिर यह कब और कैसे मिलता है?
क्या है ब्लू टिक?
यह एक वैरिफिकेशन बैज है। यह बताता है कि अकाउंट ऑफिशियल है। यह सोशल मीडिया पर आपके किए पोस्ट की जवाबदेही भी तय करता है।
किन लोगों को मिलता है ब्लू टिक?
1. राज्य या केंद्र सरकार से जुड़े लोग
2. कोई कंपनी हैं, ब्रांड और नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन
3. मीडिया पर्सनैलिटी, पत्रकार
4. राष्ट्रीय खिलाड़ी
5. मनोरंजन जगत से जुड़े लोग
6. ऑर्गनाइजर्स और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति, सोशल एक्टिविस्ट
एक सवाल यह भी होता है कि क्या फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर ब्लू टिक पाने का तरीका एक ही होता है? तो इसका जवाब है नहीं, क्योंकि तीनों ही जगह ब्लू टिक पाने की प्रक्रिया अलग होती है।
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