Dadasaheb Phalke Award 2022: केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को कहा कि दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को 2020 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। बता दें कि दादा साहब फाल्के पुरस्कार को भारतीय सिनेमा के क्षेत्र में सर्वोच्च सम्मान माना जाता है। भारतीय सिनेमा जगत आज जिस मुकाम पर है इसे वहां तक लाने में आशा पारेख का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
आशा पारेख के अभिनय को सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान
Dadasaheb Phalke Award to be given to veteran actress Asha Parekh this year
79 वर्षीय आशा पारेख ने ‘दिल देके देखो’, ‘कटी पतंग’, ‘तीसरी मंजिल’ और ‘कारवां’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया है। उन्हें हिंदी सिनेमा की आइकॉनिक ऐक्ट्रस माना जाता है। इससे पहले 2019 का दादा साहब फाल्के अवॉर्ड साउथ सुपरस्टार रजनीकांत को दिया था। पारेख ने 1990 के दशक के आखिर में प्रशंसित टीवी धारावाहिक ‘कोरा कागज’ का निर्देशन किया था। एक निर्माता और निर्देशक के तौर पर भी उनका काम अभूतपूर्व रहा।
आशा पारेख ने बतौर बाल कलाकार अपने करियर की शुरुआत की थी। तब इंडस्ट्री में लोग उन्हें बेबी आशा पारेख नाम से जानते थे। सिनेमा जगत में उनका सफर बहुत लंबा रहा है। आशा की जिंदगी तब बदली जब फेमस फिल्म डायरेक्टर बिमल रॉय ने उन्हें इवेंट में डांस करते देखा और उन्हें अपनी फिल्म मां (1952) में काम दिया। उस वक्त आशा सिर्फ 10 साल की थीं।