Digital Banking: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्तीय समावेशन को और ज्यादा व्यापक बनाने के एक अन्य उपाय के रूप में देश के 75 जिलों में 75 डिजिटल बैंकिंग इकाइयों (DBU) को राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम मोदी ने कहा कि टेक्नेलॉजी किस तरह से आज न्याय व्यवस्था का भी अभिन्न अंग बन गई है इसे हमने कोरोना काल में भी देखा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज देश डिजिटल इंडिया के सामर्थ्य का फिर साक्षी बन रहा है। आज 75 डिजिटल बैकिंग यूनिट्स देश के 75 जिलों में धरातल पर उतर रही हैं। भारत के सामान्य मानव जीवन को आसान बनाने का अभियान देश में चल रहा है। डिजिटल बैंकिंग यूनिट्स इस दिशा में एक और कदम आगे बढ़ गया है।
बैंकों को दूरदराज के इलाकों में ले जाने को सर्वोच्च प्राथमिकता
पीएम मोदी ने कहा कि हमने शारीरिक दूरी और मनोवैज्ञानिक दूरी को भी कम कर दिया है जो कि एक समय में बड़ी बाधा थी। साथ ही हमारी सरकार ने बैंकों को दूरदराज के इलाकों में ले जाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है ताकि गांव के लोग सरकार की योजनाओं का उठा सकें। साथ ही हमारी सरकार ने एक साथ दो चीजों पर काम किया है। पहला, बैंकिंग प्रणाली में सुधार करना, उसे मजबूत करना और पारदर्शिता लाना. दूसरा, हमने वित्तीय समावेशन किया है।
IMF ने भारत के डिजिटल बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की सराहना की
पीएम मोदी ने डिजिटल बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में बताते हुए कहा कि IMF ने भारत के डिजिटल बैंकिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की सराहना की और इसका श्रेय भारत के गरीबों, किसानों और श्रमिकों को जाता है जिन्होंने नई तकनीकों को बहादुरी से स्वीकार किया और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाया। जब वित्तीय भागीदारी डिजिटल भागीदारी से जुड़ती है, तो संभावनाओं की एक नई दुनिया खुलती है। बता दें ऑनलाइन माध्यम से हुए इस कार्यक्रम में पीएम मोदी साथ-साथ निर्मला सीतारमण भी उपस्थित थी।