Holi 2022 : हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार, होली का त्यौहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि पर पड़ता है। होली का त्यौहार मनाने के पीछे भगवान विष्णु के भक्त प्रहलाद और उनके चौथे अवतार भगवान नरसिम्हा की कहानी है। इसके साथ इस दिन कामदेव का पूर्ण जन्म भी हुआ था। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान कृष्ण ने पूतना का वध किया था।
मान्यताओं के अनुसार, होली के दिन गणेश-अंबिका पूजन करना शुभ होता है। गणेश-अंबिका पूजन करने से भक्तों की सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। गणेश-अंबिका पूजा करने के लिए हाथ में फूल और चावल लेकर गणेश जी का ध्यान करना चाहिए।
होली के दिन गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए मोदक का प्रसाद घास अर्पित करें। उनकी विधि विधान से पूजा करने के साथ ही गणेश जी को मेवायुक्त ठंडाई का भोग लगाएं। इससे गणेश जी प्रसन्न होकर आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे। साथ ही गणेश जी को श्वेतार्क के फूल भी अर्पित करें। इसके बाद 2 चुटकी गुलाल उनके चरणों पर लगाए।
होली पर भगवान कृष्ण और राधा की पूजा करना विशेष माना गया है। कहा जाता है कि भगवान कृष्ण और राधा ने पहली बार होली खेली थी। होली पर घर के मुख्य द्वार पर राधा कृष्ण की प्रतिमा लगानी चाहिए। इस दिन श्री कृष्ण की पूजा में रंग, अबीर, गुलाल, पिचकारी इत्यादि घर के मंदिर में जरूर रखना चाहिए। श्री कृष्ण को मटमैला गुलाल और राधा जी को खिले रंग का गुलाल लगाना चाहिए।
रंग या अबीर के खेलने के पूर्व उसको भगवान को जरूर समर्पित कर देना चाहिए। अपनी अपनी इच्छाओं के अनुसार अगर ऐसा कर सकें तो सर्वोत्तम होगा। होलिका दहन से लाई गई राख़ (भस्म) से शिवलिंग का अभिषेक करना भी शुभ फल प्रदान करता है।
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