कराची : पाकिस्तानी टीम ने कराची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कराची में खेले गए सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच को नीरस से रोमांचक बनाकर नया इतिहास रच दिया है। पाकिस्तान ने जीत के लिए चौथी पारी में 506 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 171.4 ओवर में 7 विकेट पर 443 रन बनाए। पाकिस्तानी टीम किसी भी टेस्ट को ड्रॉ कराने के लिए चौथी पारी में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करने वाली टीम बन गई है। पाकिस्तानी टीम मैच को ड्रॉ कराने के लिए चौथी पारी में 1 हजार से ज्यादा गेंदों का सामना करने वाली टीम है।
पाकिस्तान से पहले इंग्लैंड के नाम था ये रिकॉर्ड
इससे पहले चौथी पारी में सबसे ज्यादा गेंदों का सामना करके मैच का ड्रॉ कराने का रिकॉर्ड इंग्लैंड के नाम दर्ज था। जो उसने साल 1995 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग टेस्ट में बनाया था। उस मैच में इंग्लैंड ने चौथी पारी में 990 गेंद का सामना किया था। बाबर आजम की तरह उस मैच में इंग्लैंड के कप्तान माइकल आर्थटन ने 492 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 185* रन की कप्तानी पारी खेली थी।
आर्थटन ने कप्तानी पारी खेलकर बचाया था मैच
आर्थटन जोहान्सबर्ग की तेज पिच पर दक्षिण अफ्रीका के कहर परबाते पेस अटैक के सामने चौथी पारी में 643 मिनट यानी 10 घंटे 43 मिनट तक टिके रहे और टीम को हार से बचाकर नाबाद पवेलियन वापस लौटे थे। उसी तरह बाबर आजम भी कंगारुओं के खिलाफ कराची की पिच पर 607 मिनट पिच पर डटे रहे और 425 गेंद में 196 रन बनाकर आउट हुए।
साल 1961 में ऑस्ट्रेलिया ने भी एडिलेड में वेस्टइंडीज के पेस आक्रमण के सामने चौथी पारी में 960 गेंदों का सामना करते हुए मैच ड्रॉ कराया था। वहीं द. अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 1964 में सिडनी टेस्ट को ड्रॉ कराने के लिए चौथी पारी में 936 गेंदें खेली थीं।
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