Papaya Farming: पपीता का पौधा एक ऐसा पौधा होता है जो स्वादिष्ट तो होता ही है उसे साथ वो कई औषधिय गुणों से भरपूर होता है। इसके फल से लेकर पत्ते डेंगू जैसी भयानक बीमारी में कारगर साबित होते हैं। इसके साथ ही पपीते में उच्च स्तर के एंटीऑक्सिडेंट विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई होते हैं, जो कि हृदय रोग के जोखिम को कम करते हैं। पपीता पेट के लिए भी काफी लाभदायक होता है और ये शुगर लेवल व वजन को नियंत्रित रखने में कारगर है। लेकिन इसकी पैदावार काफी सीमित क्षेत्र में होती है। इसलिए बिहार सरकार किसानों को पपीता की बागवानी के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक शानदार योजना लेकर आई है।
क्या है योजना
राज्य सरकार व केंद्र सरकार किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं लेकर आती है। ऐसे ही बिहार सरकार एकीकृत बागवानी मिशन के तहत पपीते के खेती करने पर प्रति एकड़ 75 फीसदी की सब्सिडी दे रही है।
पपीता की खेती करने वाले किसानों के लिए सुनहरा मौका, एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) योजना के अंतर्गत पपीता प्रति इकाई के लिए सरकार दे रही 75% का अनुदान। अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क करें।@Agribih @AgriGoI @_Sudhaker_singh @saravanakr_n pic.twitter.com/rKVuEKK7Kr
— Directorate Of Horticulture, Deptt of Agri, Bihar (@HorticultureBih) September 7, 2022
बिहार कृषि विभाग के आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट में इसकी जानकारी साझा की गई है, जिसमें कहा गया है कि “पपीता की खेती करने वाले किसानों के लिए सुनहरा मौका, एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) योजना के अंतर्गत पपीता प्रति इकाई के लिए सरकार 75% का अनुदान दे रही है। अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क करें।”
पपीता की खेती करने वाले किसानों के लिए सुनहरा मौका, एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) योजना के अंतर्गत पपीता प्रति इकाई के लिए सरकार दे रही 75% का अनुदान। अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के सहायक निदेशक उद्यान से संपर्क करें।
इस योजना का लाभ पाने के लिए किसान आधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in में जाकर अपना आवेदन फॉर्म भर सरते हैं।
यह भी पढ़ें….
[the_ad id=”3113″]