नई दिल्ली : गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और पंजाब के साथ उत्तर प्रदेश में भी पांचों राज्यों के चुनावी नतीजे लगभग घोषित हो चुके हैं। इन पांचों में से पंजाब को छोड़कर बाकी चार राज्यों में भारतीय जनता पार्टी को भारी बढ़त मिलती नज़र आ रही है। ज़ाहिर तौर पर इस शानदार प्रदर्शन के चलते पार्टी के आम कार्यकर्ता से लेकर आलाकमान तक भारी उत्साह का माहौल महसूस किया जा सकता है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार शाम को नई दिल्ली स्थित पहुंचे हैं। वहां उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधन के दौरान मतदाताओं का आभार जताया है।
Victory celebrations at party headquarters on BJP's landslide victory in Assembly Elections 2022.
https://t.co/7ycL0nUo6s— BJP (@BJP4India) March 10, 2022
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-
आज उत्साह का दिन है, उत्सव का दिन है। ये उत्सव भारत के लोकतंत्र के लिए है। मैं इन चुनावों में हिस्सा लेने वाले सभी मतदाताओं को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उनके निर्णय के लिए मतदाताओं का आभार व्यक्त करता हूं। तीन राज्य यूपी, गोवा और मणिपुर में सरकार में होने के बावजूद भाजपा के वोट शेयर में वृद्धि हुई है। गोवा में सारे एग्जिट पोल गलत निकल गए और वहां की जनता ने तीसरी बार सेवा करने का मौका दिया है। यूपी ने देश को अनेक प्रधानमंत्री दिए हैं, लेकिन 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले मुख्यमंत्री के दोबारा चुने जाने का ये पहला उदाहरण है। यूपी में 37 साल बाद कोई सरकार लगातार दूसरी बार आई है।
सीमावर्ती राज्य होने के नाते, पंजाब को अलगाववादी राजनीति से सतर्क रखने के कार्य को भाजपा का कार्यकर्ता जान की बाजी लगाकर भी करता रहेगा। आने वाले 5 सालों में भाजपा का हर कार्यकर्ता वहां इस दायित्व को जोर शोर से निभाने वाले है, ये विश्वास मैं आज पंजाब की जनता को देना चाहता हूं। मैं आज पंजाब के भाजपा कार्यकर्ताओं की भी विशेष प्रशंसा करूंगा। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में जिस प्रकार पार्टी का झंडा बुलंद किया है, वो आने वाले समय में पंजाब में भाजपा की और देश की मजबूती को एक अहम स्थान के रूप में विकसित करेंगे।
मैं आज ये भी कहूंगा कि 2019 के चुनाव नतीजों के बाद, कुछ पॉलिटिकल ज्ञानियों ने कहा था कि 2017 के नतीजों ने 2019 के नतीजे तय कर दिए। मैं मानता हूं इस बार भी वो यही कहेंगे कि 2022 के नतीजों ने 2024 के नतीजे तय कर दिए। कुछ लोग ये कहकर यूपी को बदनाम करते हैं कि यहां के चुनाव में तो जाति ही चलती है।
2014 के चुनाव नतीजे देखें, 2017, 2019 के नतीजे देखें और अब फिर 2022 में भी देख रहे हैं, हर बार यूपी के लोगों ने विकासवाद की राजनीति को ही चुना है। गरीबों के नाम पर घोषणाएं बहुत बनी, योजनाएं बहुत बनी, लेकिन जिस गरीब का उस पर हक था, वो हक उसे बिना परेशानी के मिले, उसके लिए गुड गवर्नेंस और डिलिवरी का बड़ा महत्व होता है। भाजपा इस बात को समझती है।
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