नई दिल्ली : रूस ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया है। यूक्रेन पर रूस लगातार हवाई हमले कर रहा है। रूस का और यूक्रेन के बीच जारी युद्धा का असर भारत समेत दुनियाभर के देशों की अर्थव्यस्था पर पड़ना तय है। इससे कई देशों में महंगाई बढ़ जाएगी। रूस और यूक्रेन के बीच संकट की वजह से अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में 100 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई है। इससे तमाम देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी तय है।
यूक्रेन-रूस युद्ध और तनाव के लंबा चलने पर यूरोपीय देशों में गेंहू और मक्के की कीमत में बढ़ोतरी संभव है। इससे वैश्विक स्तर पर इनके दाम बढ़ सकते हैं। रूस दुनिया के सबसे बड़े गेहूं निर्यातकों में से एक है, जबकि यूक्रेन दुनिया का गेहूं का चौथा सबसे बड़ा निर्यातक देश है। दोनों देशों के गेहूं निर्यात को मिला दिया जाए तो ये कुल वैश्विक निर्यात का लगभग एक चौथाई हिस्सा है। यूरोप के साथ मध्य पूर्व और अफ्रीका के कई देश भी गेहूं और मक्के की आपूर्ति के लिए मुख्य रूप से रूस और यूक्रेन पर निर्भर करते हैं।
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