दिल्ली : अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर के आसपास की जमीनों को औने-पौने दामों पर खरीदने का मामला एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। हालांकि, इस मामले में योगी सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं। औने-पौने दामों पर खरीदने और जांच के मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रियंका गांधी ने कहा, ‘कुछ जमीनें ट्रस्ट को बहुत ज़्यादा पैसों के लिए बेची गईं। चंदे के पैसों के साथ घोटाला किया गया है।’
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश के हर घर से गरीब परिवारों ने बचत करके ट्रस्ट को चंदा दिया था। चंदा इक्टठा करने के लिए अभियान भी चलाया गया था। ये लोगों की आस्था का विषय है, जिसे चोट पहुंचाई जा रही है। प्रियंका गांधी ने कहा कि दलितों की जमीन हड़पी गई है। इतना ही नहीं, प्रियंका गांधी ने उदाहराण देते हुए बताया कि एक जमीन थी 2017 में दो करोड़ जमीन की किसी ने खरीदी।
उन्होंने 2021 में उस जमीन के 10 हजार वर्ग मीटर ट्रस्ट को बेच दिया 8 करोड़ में। उसी जमीन का दूसरा हिस्सा 12 हजार वर्ग मीटर दो करोड़ रवि मोहन तिवारी ने खरीदी। इस खरीदारी में सरसंचालक और राम मंदिर के ट्रस्टी है वो गवाह है।
इस दौरान प्रियंका ने जिला स्तर के अधिकारी को जांच दिए जाने पर भी सवाल उठाया और कहा कि इसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होनी चाहिए। प्रियंका गांधी ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर बनाया गया तो ये जांच भी सुप्रीम कोर्ट के द्वारा होनी चाहिए। क्योंकि ये जिला स्तर का अधिकारी मेयर को नहीं डांट सकता।
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