बदायूं : आधुनिक भारत को एक सूत्र में पिरोने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम से देश की राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक का निर्माण किया जाए एवं उनकी समाधि दिल्ली में निर्मित की जाए। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को बदायूं में लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की प्रतिमा के अनावरण के मौके पर यह मांग की।
उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर
अनुप्रिया पटेल ने कहा कि सरदार पटेल जी देश की एकता एवं अखंडता के प्रेरणास्रोत हैं। अत: उनके नाम से दिल्ली में राष्ट्रीय स्मारक जरूर बनना चाहिए। स्मारक के निर्माण से देश की युवा पीढ़ी को राष्ट्रीयता का बोध होगा। इस मौके पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर निरंतर प्रगति कर रहा है। हमें विकास एवं रोजगार की इस गति को और तेज करना है। इस बाबत हमें निर्यात के लक्ष्य को 1.21 लाख करोड़ से बढ़ाकर 3 लाख करोड़ करना है। यदि हम 3 लाख करोड़ के लक्ष्य को पार कर जाते हैं तो देश के विकास के लिए उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण योगदान होगा एवं रोजगार की संभावनाओं में वृद्धि होगी। युवाओं को अन्य राज्यों की ओर पलायन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
प्रतापगढ़ में अपना दल के संस्थापक डॉ.सोनेलाल पटेल के नाम पर डॉ.सोनेलाल पटेल मेडिकल कॉलेज नामकरण किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अनुप्रिया पटेल ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरदार जैसा सोचने की जरूरत है। सरदार जैसा करने की जरूरत है। तभी हम सही मायने में सरदार पटेल के वंशज कहलाने के हकदार होंगे।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक सत्ता पर कब्जा किये बिना पिछड़ों, दलितों, वंचितों, कमेरों का उत्थान सम्भव नहीं है। राजनीतिक सत्ता तब तक नहीं मिलेगी, जब तक एकता नहीं होगी। एकता कैसे हो, यह गम्भीर चिंतन का विषय है। अब समय आ गया है कि हम खुली आँखों से सत्ता हासिल होने का सपना देखें। समारोह की अध्यक्षता भारतीय कुर्मी महासभा के जिलाध्यक्ष कुलदीप पटेल ने की। संचालन टीटू पटेल ने किया।
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