गोरखनाथ मंदिर में तैनात पीएसी जवानों पर हमले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लखनऊ के 5 कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर सीआरपीएफ की दो यूनिट तैनात की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोरखनाथ मंदिर की भी सुरक्षा व्यवस्था की नए सिरे से समीक्षा की गई है। गोरखपुर से लखनऊ तक मुख्यमंत्री की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
5 कालीदास मार्ग पर सुरक्षा की कमान पुलिस के साथ-साथ अब सीआरपीएफ के हाथों में भी होगी। हर आने-जाने वाले पूछताछ की जाएगी। पूरी जानकारी और तस्दीक के बाद ही किसी को एंट्री मिल सकेगी। उधर, एटीएस ने गोरखनाथ मंदिर हमले मामले की जांच के सिलसिले में अलग-अलग शहरों से कई लोगों को हिरासत में लिया है। पकड़े गए सभी लोगों से अज्ञात स्थानों पर पूछताछ की जा रही है। हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के लैपटॉप, बैग और कमरे से उसके आतंकी कनेक्शन के कई सबूत मिले हैं। मुर्तजा 11 अप्रैल तक एटीएस की रिमांड पर है। इस दौरान एटीएस उसके पूरे नेटवर्क को खंगालकर बेनकाब करने में जुटी है।
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा बढ़ी
मंदिर में पीएसी जवानों पर हमले की घटना के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को मंदिर परिसर की सुरक्षा की समीक्षा नए सिरे से करने और प्लॉन बनाने का आदेश दिया था। बताया जा रहा है कि एडीजी अखिल कुमार और एसएसपी विपिन ताडा की अगुवाई इस प्लॉन पर काम कर रहे हैं। मंदिर की सुरक्षा का फूल प्रूफ प्लॉन तैयार किया जा रहा है।
इस बीच मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था काफी बढ़ा भी दी गई है। हर आने-जाने वाले की चेकिंग जा रही है। मंदिर में सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी स्थिति का मुकाबला किया जा सके। सुरक्षाकर्मियों की एटीएस, एसटीएफ और केंद्रीय सुरक्षा बलों से स्पेशल ट्रेनिंग कराए जाने की भी तैयारी है। मुर्तजा अब्बासी ने रविवार की देर शाम पीएसी जवानों पर हमला किया। उस पर काबू पाने में करीब 15 मिनट लगे थे।
एडीजी अखिल कुमार का कहना है कि गोरखनाथ मंदिर सहित सभी सार्वजनिक स्थलों पर चुस्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। गोरखनाथ मंदिर पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ा दी गई है और आने-जाने वालों की गहनता से जांच की जा रही है।
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