UP News : उत्तर प्रदेश के एटा जिले में ठेले पर कपड़े बेचने वाला रामेश्वर की रखवली करते दो पुलिसकर्मियों को देखकर हर कोई हैरान रह जाता है। लोगों में चर्चा का विषय है कि आखिर क्या कारण है जो रेहड़ी वाले की रखवाली में दो पुलिस वाले AK-47 के साथ चौबीसों घंटे तैनात रहते हैं। दरअसल रामेश्वर दयाल ने पूर्व सपा विधायक से अपनी जान को खतरा बताते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिसके बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दो पुलिसवाले उनकी सुरक्षा में लगाए हैं।
जानकारी के अनुसार पूर्व सपा विधायक पर रामेश्वर की जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप है। अब दयाल अपनी कानूनी लड़ाई लड रहे हैं जिसमें उन्हें जान का खतरा बताया है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि 2014 में रामेश्वर सिंह यादव और जुगेंद्र सिंह ने उसको और उसके भाई का अपहरण उनसे जबरन जमीन के कागज पर भी साइन करवा लिए थे। इसके अलावा दोनों के साथ कई दिनों तक मारपीट भी होती रही थी और जातिसूचक शब्दों का भी जमकर इस्तेमाल किया था।
रामेश्वर ने अपनी शिकायत में बताया कि घटना के दौरान राज्य में सपा की सरकार थी और विधायक की पार्टी पर अच्छी पकड़, इसलिए कई बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। जब राज्य में सरकार बदली तो अपनी अर्जी लगाई, इधर सपा नेता ने भी कोर्ट में याचिका दायर मुकदमे को खारिज करने की अपील की। हाईकोर्ट ने 16 जुलाई को रामेश्वर दयाल को कोर्ट बुलाया।
दयाल ने बताया कि कोर्ट के बुलाने पर मैं पहुंच गया लेकिन जब जज ने मुझे देखा तो हैरान रह गए, उन्होंने पूछा कि क्या तुम्हें पुलिस सुरक्षा नहीं मिली है, मेरे मना करने उन्होंने एसपी से बात की। बकौल, रामेश्वर दयाल, जब मैं वापस एटा आया तो मुझे दो सुरक्षाकर्मी मिले, मामले की अगली सुनवाई 25 जुलाई को होगी।
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