टॉलीवुड सुपरस्टार राम चरण और जूनियर एनटीआर स्टारर निर्देशक एसएस राजामौली की हालिया रिलीज फिल्म आरआरआर इन दिनों सुर्खियों में है। फिल्म में सुपरस्टार राम चरण और जूनियर एनटीआर ने पहली बार एक दूसरे के साथ स्क्रीन स्पेस शेयर किया है। दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही सितारों को दर्शकों से भरपूर प्यार मिला है।
सुपरस्टार राम चरण और जूनियर एनटीआर ने अपनी अदाकारी से हर किसी का दिल जीत लिया है। यही वजह है कि फिल्म से जुड़ी छोटी से छोटी जानकारी दर्शकों का ध्यान खींच रही है। इस फिल्म के निर्माण में निर्देशक एसएस राजामौली को करीब 5 साल का वक्त लगा। फिल्म की कास्टिंग भी खासी दिलचस्प रही। जिसके लिए निर्देशक ने कई सितारों को जहां अप्रोच किया तो कईयों को खुद ही रिजेक्ट भी कर दिया।
अब इस फिल्म से जुड़ी एक दिलचस्प जानकारी सामने आई है। फिल्म के लेखक और निर्देशक एसएस राजामौली के पिता केवी विजेयंद्र प्रसाद ने हाल ही में खुलासा करते हुए बताया कि फिल्म के लिए पहले राम चरण-जूनियर एनटीआर नहीं बल्कि किसी और ही सुपरस्टार के बारे में निर्देशक राजामौली ने सोचा था।
पवन कल्याण थे निर्देशक राजामौली की पहली पसंद
निर्देशक एसएस राजामौली के पिता ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि दरअसल, उनकी इस फिल्म की स्क्रिप्टिंग स्टेज के वक्त राजामौली ने सुपरस्टार पवन कल्याण के बारे में भी सोचा था। उन्होंने बताया कि शुरुआती स्तर पर निर्देशक राजामौली फिल्म के लिए पवन कल्याण को लीड रोल में साइन करना चाहते थे। निर्देशक राजामौली पावर स्टार पवन कल्याण को दोनों में से किसी एक किरदार में लेना चाह रहे थे। फिर समस्या ये आई कि उन्हें उनके अपोजिट उनकी टक्कर का कोई और स्टार नहीं दिखा। फिर निर्देशक राजामौली को ये आइडिया ड्रॉप करना पड़ा। जिसके बाद फिल्म में राम चरण और जूनियर एनटीआर की एंट्री हुई।
राम चरण ने भी काफी मान-मनौव्वल के बाद कही थी ‘हां’
जी हां, आपको जानकार हैरानी होगी कि जब इस फिल्म में अल्लूरी सीताराम राजू का किरदार लेकर निर्देशक राजामौली राम चरण के पास गए तो वो इस किरदार को करने से हिचक रहे थे। उन्होंने इसके लिए निर्देशक राजामौली को अपनी ओर से सीधा जवाब नहीं दिया बल्कि सोचने का वक्त मांग लिया। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सुपरस्टार ने इस बारे में अपने पिता चिरंजीवी से काफी विचार-विमर्श किया। दरअसल, राम चरण की समस्या फिल्म में दो हीरो का होना था। वो नहीं चाहते थे कि इस फिल्म से उनके स्टारडम में कोई कमी आए। राम चरण के पिता चिरंजीवी ने अपने बेटे को ये किरदार निभाने की सलाह दी थी। उन्होंने ही बेटे के मन का डर बाहर किया। तब जाकर राम चरण ने अपने ही चाचा पवन कल्याण की मुट्ठी से ये किरदार खींच लिया।
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