World Food Day 2024: विश्व खाद्य दिवस हर साल 16 अक्टूबर को भारत सहित 150 से अधिक देशों में मनाया जाता है। यह दिवस गरीबी और भुखमरी के मुद्दों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश से मनाया जाता है। 1979 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन (FAO) ने विश्व खाद्य दिवस की स्थापना की थी और पहला विश्व खाद्य दिवस 1981 में मनाया गया था।
World Food Day 2024 की थीम
भोजन को जीवन का आधार माना जाता है। बावजूद इसके आज भी दुनियाभर में लाखों लोग रोजाना भूखे पेट सोने और कुपोषण का शिकार बनने पर मजबूर हैं। इस वर्ष का विषय, ” बेहतर जीवन और बेहतर भविष्य के लिए भोजन का अधिकार “, सभी के लिए खाद्य सुरक्षा और पोषण की महत्वपूर्ण आवश्यकता की याद दिलाता है। भोजन हमारा मूलभूत मानव अधिकार है, और हमें इसके लिए काम करना चाहिए।
क्यों मनाते हैं World Food Day?
भोजन हमारे जीवन को स्वस्थ बनाने के लिए आवश्यक है और हमारे बच्चों के विकास और भविष्य के लिए भी बहुत जरूरी है। लेकिन हम लोग कई बार भोजन को फेंक देते हैं, पर यह गलती हम क्यों करते हैं? हम उन लोगों का क्यों नहीं सोचते जो भुखमरी से मर रहे हैं? इस समस्या का समाधान करने के लिए हम कई सारी चीजें कर सकते है जैसे आवश्यकता अनुसार खाना बनाएं या अगर आपके पास अतिरिक्त खाना है तो इसे गरीबों या जरूरतमंदों को दान करें। खाने की बर्बादी के बारे में जागरूकता फैलाएं। इन उपायों को अपनाकर हम खाने की बर्बादी को कम कर सकते हैं और खाने की बचत कर सकते हैं।
विश्व खाद्य दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जैसे खाद्य सुरक्षा और पोषण पर सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं और खाद्य अधिकारों के बारे में जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।
World Food Day मनाने की शुरुआत कैसे हुई?
1945 में, जब दुनिया युद्ध के घावों से उबर रही थी, तब एक नई उम्मीद जगी। रोम में, खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) की स्थापना हुई। इस संगठन का उदेश्य हर व्यक्ति के पास पर्याप्त भोजन हो सके। विश्व खाद्य दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र खाद्य एवं कृषि संगठन (एफएओ) के 20वें महासम्मेलन में हुई थी। एफएओ, दुनिया भर में भूख और कुपोषण से लड़ने के लिए समर्पित एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है। एफएओ ने 1981 से हर साल 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाने का निर्णय लिया।
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