बीजिंग : पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का ओमिक्रॉन वेरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है, और चीन भी इससे बच नहीं पाया है। लेकिन, कोरोना महामारी से पीछा छुड़ाने के लिए चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीन में विश्व का सबसे सख्त कोरोना गाइडलाइंस बनाया है और ये गाइडलाइंस इतने सख्त हैं, जिसका पालन करने में एक इंसान का पसीना निकल नाए।
पिछले साल चीन ने वुहान शहर में पहली बार लॉकडाउन लगाया था और पहली बार दुनिया को इंसानों को घरों में कैद रखने वाले इस नये नियम के बारे में पता चला था, लेकिन अब जब कोई भी दूसरा देश लॉकडाउन लगाने का साहस नहीं जुटा रहा है, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चायना ने देश के शीआन शहर में विश्व का सबसे ज्यादा सख्त लॉकडाउन लगाया है।
विश्व का सबसे सख्त लॉकडाउन
विश्व के किसी भी शहर में अगर कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने लगती है, तो फिर वहां सेसख्त गाइडलाइंस भी हटने शुरू हो जाते हैं, लेकिन चीन ज़ीरो कोविड नियम पर काम करता है।यानि, किसी शहर में उस वक्त तक लॉकडाउन लगा रहेगा, जब तक उस शहर में हर एक शख्स कीकोविड जांच ना हो जाए और उस शहर में एक भी संक्रमित ना बचे। चीन सख्त सीमा प्रतिबंधों, लंबेक्वारंटाइन पीरियड और टारगेटेड लॉकडाउन को लेकर अभी भी अड़ा हुआ है। दूसरी तरफ यहीचीन अगले साल फरवरी महीने में शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन के लिए पूरी तैयारी भी कररहा है, लेकिन दूसरी तरफ शीआन शहर के एक करोड़ 30 लाख की जनसंख्या ऐतिहासिकलॉकडाउन से पांचवें दिन भी गुजर रही है।
ऐतिहासिक शीआन शहर में एक करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोग पांचवें दिन के घरेलू जेल में बंद हैं और लोगों के घर से बाहर निकलने पर सख्त पाबंदी है। वहीं, सरकार की तरफ से शीआन शहर केबारे में नई जानकारी देते हुए कहा गया है कि, कोविड संक्रमण को रोकने के लिए शहर मेंलॉकडाउन को और भी ज्यादा सख्त करने का फैसला किया गया है। सरकार की तरफ से कहा गयाहै कि, शीआन शहर कोविड 19 से निजात दिलाने के लिए ‘काफी ज्यादा सख्त सोशल डिस्टेंसिंगऔर लॉकडाउन’ लगाया गया है।
नियम तोड़ने पर सख्त सजा
सरकार की तरफ से शहर की पुलिस, सरकारी अधिकारियों और स्वास्थ्य अधिकारियों के आदेशदिया गया है कि, वो एक एक घर का सख्ती के साथ निरिक्षण करें और अगर कोई शख्स नियमतोड़ने का आरोपी पाया जाता है, तो फौरन उसे 10 दिनों के लिए जेल भेज दिया जाए और उस शख्सके खिलाफ 500 युआन यानि करीब 78 डॉलर यानि करीब 6200 रुपये जुर्माना फौरन देना होगा।
इसके साथ ही सरकार की तरफ से कहा गया है कि, नये साल के मौके पर भी शहर में एक भीशख्स को ना तो घर से निकलने की अनुमति है और ना ही किसी के घर जाने की इजाजत। चीन कीसरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि, पिछले साल देश में एक साल कीउम्र के बच्चे के साथ करीब 4 संक्रमितों में गंभीर लक्षण पैदा हो गये थे।
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