Varanasi: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 12 वर्ष के बाद शुरू होने वाले महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र से मुस्लिमों को दूर रखने और उनके एंट्री पर रोक लगाए जाने की मांग का शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने समर्थन किया है।
शंकराचार्य ने तर्क दिया कि मुस्लिम धर्म का तीर्थ स्थल मक्का – मदीना के 40 किलोमीटर पर ही हिंदुओं को रोक दिया जाता है। मक्का में जाने से रोकने पर मुस्लिम कहते है, कि यह मुस्लिमों को तीर्थ है, तो तुम्हारा क्या काम है। तो ठीक है ,कुंभ भी हमारा है तो तुम्हारा क्या काम है। रोक तो उन्होंने शुरू किया है, मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है, तो हमारा भी आंगन है हमें अभी अपने ढंग से जी लेने दो।
महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को एकनाथ शिंदे की सरकार का समर्थन करना चाहिए और मैं भी उनका समर्थन करूंगा। क्योंकि 78 साल में किसी ने गाय को माता कहने की हिमाकत नहीं किया, लेकिन महाराष्ट्र सीएम ने किया और उन्होंने गाय को माता का दर्जा दिया। ऐसे में इस सरकार के समर्थन में खड़े हो जाना चाहिए और दूसरी बार एकनाथ शिंदे को सीएम चुनना चाहिए।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में बटोगे तो कटोगे का नारा काफी सुर्खियों में है ऐसे में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस नारे को लेकर कहा कि बटोगे तो कटोगे का नारा दिया जा रहा है और बटने से बचाने वाले को काटा जा रहा है। गाय सभी को बटने से बचाती है,लेकिन आज उसकी दशा हमारे देश में क्या है। लोग डॉलर कमाने के लिए गाय को बेधड़क काट रहे है और इन्हें रोकने के लिए सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।
यह भी पढ़ें :–